NRC मसौदा आप का अपना दस्तावेज है (उसका लिंक और दिशानिर्देश)
जनता को सरकार से मांग करनी चाहिए की ये NRC मसौदा सरकार लागू करे। दुनिया भर में अक्सर देशों के नागरिकों के पास अपने-अपने देश का राष्ट्रीय पहचान - पत्र रहता है , लेकिन भारत देश को आजाद हुए 75 वर्ष होने के बाद भी भारत वासियों के पास अपने देश का राष्ट्रीय पहचान-पत्र नही है। जबकि संविधान ने देशवासियों को राष्ट्रीय पहचान-पत्र का हक दिया है , मगर भारत देश के राजनेताओं ने हमे इस हक से महरूम रखा है और समय-समय पर NRC का डर दिखाकर लोगों को गुमराह करके गंदी राजनीति कर रहे हैं। नागरिकता के लिहाज से माने तो सभी भारत देश के नागरिक संदिग्ध नागरिक की श्रेणी में आते हैं , क्योंकि हमारे नागरिकों का कोई राष्ट्रीय पहचान-पत्र ही नहीं है और आपने गृहमंत्री अमित शाह जी को कहते सुना होगा कि , " आधार कार्ड , पैन कार्ड , राशन-कार्ड , पासपोर्ट आदि राष्ट्रीय पहचान पत्र की श्रेणी में नहीं आता"। अपना सब कुछ कुर्बान करके आजादी दिलाने वालों ने 1955 में NRC कानून बनाया था जो हर नागरिक का मूलभूत अधिकार है , मगर अब तक की सभी सरकारों ने ...