मुस्लिम पॉलिटिकल इत्तेहाद मसौदा,मुस्लिम लीडरों और रहबरों के नाम. *********** बिस्मिल्लाहिर रहमानिर्रहीम। *********** कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी मुस्लिम कयादत वाली पार्टियों के दरवाज़े पर जाकर 2012 से उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष के हाथ में यह मसौदा दिया गया है। *********** असादुद्दीन ओवेसी साहेब, (राष्ट्रीय अध्यक्ष आल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन),मौलाना बदरुद्दीन अजमल साहेब (राष्ट्रीय अध्यक्ष ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट), क़ादिर मोहिउद्दीन साहेब,(राष्ट्रीय अध्यक्ष इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग),ए.सईद साहेब,(राष्ट्रीय अध्यक्ष सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया),डॉ सय्यद क़ासिम रसूल इल्यास साहेब,(राष्ट्रीय अध्यक्ष वेलफेर पार्टी ऑफ़ इंडिया),डॉ. मोहम्मद अय्यूब साहेब (राष्ट्रीय अध्यक्ष पीस पार्टी),मौलाना आमिर रसादि साहेब (राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल),प्रो.मुहम्मद सुलेमान साहेब,(राष्ट्रीय अध्यक्ष इंडियन नेशनल लीग), शमशेर खान पठान साहेब (राष्ट्रीय अध्यक्ष आवामी विकास पार्टी) ,जनाब फारूक अब्दुल्ला (पूर्व मुख्यमंत्री,राष्ट्रीय अध्यक्ष नेशनल कांफ्रेंस), मोहतरमा मेहबूबा मुफ़्ती सईद ...
मुस्लिम अधिकार मसौदा। ================ इस्माईल बाटलीवाला टीम की तरफ से यह 35 पैराग्राफ पर आधारित मुस्लिम अधिकार मसौदा को कश्मीर से कन्याकुमारी तक भाजपा और शिव सेना सहित देश की प्रमुख पार्टियों के दरवाज़े पर जाकर यह पत्र दिया गया है और बाकि सभी पार्टियों को पोस्ट के जरिए यह पत्र भेजा गया है। यह अधिकार मसौदा मुस्लिम तंजीमों के दरवाज़े पर जाकर दिया गया है। ==================== (1) आर्टिकल 341 के तहत पार्लियामेंट से पंचायत समिति तक लाखों सीटें ऐसी हैं जहां मुसलमान को सिर्फ वोट देने का अधिकार है चुनाव लड़ने का नहीं है इसलिए भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद के मंजूर किये गए आर्टिकल 341 के आर्डर को वापिस लिया जाये और संविधान के मंजूरशुदा पसमांदा मुस्लिम समाज को चुनाव में खड़े रहने का अधिकार दिया जाये . (2) हुकुमत की जानिब से सरकारी तंत्र की मिली जुली पावर कमिटी तय होना चाहिए और आबादी के अनुपात मुस्लिमों को चुना...
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